इंसानों की जगह लेती मशीनें, समुद्र में समाती दुनिया: धरती पर मंडराते खतरों पर UN में बैठक; मोदी-बाइडेन समेत 193 लीडर्स होंगे शामिल
वैश्विक समस्याओं और खतरों को लेकर संयुक्त राष्ट्र (UN) में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जा रही है। इस बैठक में दुनियाभर के 193 देशों के नेता, जिनमें भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन शामिल हैं, भाग ले रहे हैं। बैठक का मुख्य उद्देश्य उन खतरों पर चर्चा करना है, जो आज पृथ्वी और मानवता के अस्तित्व को गंभीर रूप से प्रभावित कर रहे हैं।
प्रमुख मुद्दे: तकनीक और पर्यावरण
- मशीनों का प्रभाव और मानव श्रम: रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के तेजी से बढ़ते विकास ने रोजगार के भविष्य पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दुनिया भर में मशीनें इंसानों की जगह ले रही हैं, जिससे रोजगार संकट उत्पन्न हो रहा है। इस विषय पर गहन चर्चा की जाएगी कि किस प्रकार से AI और ऑटोमेशन के बढ़ते उपयोग के बीच मानव श्रम को सुरक्षित रखा जा सकता है और नई नीतियां कैसे बनाई जा सकती हैं।
- जलवायु परिवर्तन और समुद्र का बढ़ता स्तर: जलवायु परिवर्तन के कारण समुद्र का स्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे दुनिया के कई तटीय शहर और द्वीप समुद्र में समाने की कगार पर हैं। इस बैठक में विशेष रूप से उन उपायों पर चर्चा की जाएगी, जिनसे जलवायु परिवर्तन की गति को कम किया जा सके और पर्यावरण की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
UN के एजेंडे पर अन्य मुद्दे
इसके अलावा, बैठक में अन्य वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी, जैसे कि वैश्विक स्वास्थ्य संकट, बढ़ती गरीबी, खाद्य सुरक्षा और शांति प्रयास। दुनिया भर में हो रहे संघर्षों और मानवाधिकार उल्लंघनों पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा।
मोदी-बाइडेन की उपस्थिति
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की उपस्थिति ने इस बैठक को और महत्वपूर्ण बना दिया है। दोनों नेता अपने देशों की ओर से जलवायु परिवर्तन और तकनीकी विकास से जुड़ी नीतियों पर बात करेंगे। मोदी जहां भारत के बढ़ते तकनीकी विकास और पर्यावरणीय प्रयासों पर जोर देंगे, वहीं बाइडेन ग्रीन एनर्जी और ग्लोबल सिक्योरिटी के मुद्दों पर अपने विचार साझा करेंगे।
