इजरायल-हमास के बीच तेज वॉर: अब ईरान के कूदने का डर, US के शह से मिडिल ईस्ट में नहीं रुकेगा तनाव
26 सितंबर 2024: इजरायल और हमास के बीच चल रहे हिंसक संघर्ष ने एक नया मोड़ ले लिया है, जिसमें अब ईरान के कूदने की आशंकाएँ बढ़ गई हैं। इस युद्ध में बढ़ती गर्माहट के बीच, अमेरिका की भूमिका और उसके समर्थन के चलते मध्य पूर्व में तनाव की स्थिति और अधिक गहराती जा रही है।
वर्तमान स्थिति
इजरायल और हमास के बीच लड़ाई ने पिछले कुछ हफ्तों में तेज़ी पकड़ ली है, जिसमें दोनों पक्षों के बीच गोलाबारी और हवाई हमलों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इजरायली सेना ने गाज़ा पट्टी में हमास के ठिकानों पर बमबारी की है, जबकि हमास ने इजरायली शहरों पर रॉकेट हमले जारी रखे हैं। इस स्थिति ने क्षेत्र में एक नई अनिश्चितता को जन्म दिया है।
ईरान की संभावित भूमिका
ईरान, जो हमास का समर्थक है, ने इस संघर्ष में शामिल होने की संभावनाओं को बढ़ा दिया है। विश्लेषकों का मानना है कि ईरान इस अवसर का लाभ उठाने की कोशिश करेगा, खासकर यदि इजरायली हमले और बढ़ते हैं। ईरान के नेता पहले ही इस संघर्ष में इजरायल के खिलाफ अधिक सक्रियता की चेतावनी दे चुके हैं, जिससे स्थिति और भी जटिल हो सकती है।
अमेरिका की भूमिका
अमेरिका का इजरायल के प्रति समर्थन इस संघर्ष को और भड़का सकता है। अमेरिका ने इजरायल को सैन्य और आर्थिक सहायता दी है, जो कि ईरान के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है। इसके अलावा, अमेरिका की यह नीति कि वह इजरायल का समर्थन जारी रखेगा, मध्य पूर्व में अन्य देशों को भी अपनी स्थिति तय करने में प्रभावित कर सकती है।
क्षेत्रीय प्रतिक्रियाएँ
संघर्ष की बढ़ती गर्माहट ने क्षेत्र में अन्य देशों को भी प्रभावित किया है। कई अरब देशों ने इजरायल के खिलाफ अपने रुख को स्पष्ट किया है, और ईरान की संभावित सक्रियता के चलते ये देश और भी सतर्क हो गए हैं। कई विशेषज्ञों का मानना है कि यदि ईरान इस संघर्ष में सीधे तौर पर शामिल होता है, तो यह पूरे क्षेत्र में एक नई युद्ध की लहर पैदा कर सकता है।
