भारतीय शतरंज खिलाड़ी तान्या सचदेव से खास बातचीत
“भारतीय शतरंज खिलाड़ी तान्या सचदेव ने चेस ओलंपियाड में सफलता को लंबे संघर्ष का परिणाम बताया। उन्होंने पांच बार के विश्व विजेता विश्वनाथन आनंद के योगदान को भी महत्वपूर्ण बताया”
भारतीय शतरंज खिलाड़ी तान्या सचदेव चेस ओलंपियाड में मिली सफलता को एक लंबे संघर्ष का नतीजा मानती हैं। महिला टीम ने चेस ओलंपियाड में स्वर्ण पदक जीता है।
तान्या सचदेव के मुताबिक, आज देश में शतरंज जिस मुकाम पर है, उसके लिए पांच बार के विश्व विजेता विश्वनाथन आनंद का योगदान अहम है।
भारतीय शतरंज खिलाड़ी तान्या सचदेव ने डीडी न्यूज़ से शतरंज के खेल से जुड़ी तमाम बातों और हालिया उपलब्धियों पर खास बातचीत की। उन्होंने कहा कि उनकी यह यात्रा सिर्फ इस प्रतियोगिता की नहीं है, बल्कि बहुत सालों पहले की है, जिसमें उन्होंने कठिन परिश्रम किया है।
तान्या सचदेव ने 2008 में अपना पहला चेस ओलंपियाड खेला था और उनकी सफलता की यात्रा 16 साल की है। इस यात्रा के दौरान वे मेडल के बहुत करीब आईं लेकिन मेडल पाने से चूक गईं। पिछली बार चेस ओलंपियाड भारत में आयोजित किया गया था, जिसमें भारत को ब्रॉन्ज मेडल मिला था। तान्या सचदेव ने कहा कि आज हर जगह हमारी उपलब्धियों की चर्चा हो रही है।
स्वर्ण पदक जीतने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी टीम से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया था। तान्या सचदेव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खेलों के प्रति बहुत लगाव है और उनसे मिलकर पूरी टीम को बहुत अच्छा लगा।
