लालकृष्ण आडवाणी ने रतन टाटा को दी श्रद्धांजलि: आखिरी संवाद का खुलासा
भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी है। आडवाणी ने कहा कि रतन टाटा ने भारतीय उद्योग और समाज के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
आखिरी संवाद का उल्लेख:
आडवाणी ने साझा किया कि उनका रतन टाटा के साथ आखिरी संवाद हाल ही में हुआ था। उन्होंने बताया, “हमने एक-दूसरे के स्वास्थ्य के बारे में बात की थी और मैंने उनके कार्यों की सराहना की। यह एक बहुत ही सजीव और सकारात्मक बातचीत थी।” यह संवाद उनके स्नेह और आदर्शों को दर्शाता है, जो रतन टाटा के प्रति आडवाणी की गहरी सम्मान भावना को उजागर करता है।
रतन टाटा का योगदान:
आडवाणी ने रतन टाटा को एक ऐसे उद्योगपति के रूप में याद किया जिन्होंने अपनी कार्यशैली और नैतिकता से भारत में उद्योग जगत में एक मिसाल कायम की। उन्होंने कहा, “रतन टाटा ने न केवल व्यापार को बढ़ावा दिया, बल्कि उन्होंने समाज की भलाई के लिए भी कार्य किए। उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।”
श्रद्धांजलि का महत्व:
लालकृष्ण आडवाणी की श्रद्धांजलि रतन टाटा के प्रति केवल व्यक्तिगत ही नहीं, बल्कि एक संस्थान के रूप में भी है। उनके योगदान को मान्यता देने से यह स्पष्ट होता है कि रतन टाटा का प्रभाव केवल उद्योग जगत तक सीमित नहीं था, बल्कि उन्होंने समाज के विभिन्न क्षेत्रों में भी अपनी छाप छोड़ी है।
