शबाना आजमी का महिलाओं के दमन पर बयान: ‘प्रगति के बाद भी 4 शतक तक दबाया गया’
प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेत्री शबाना आजमी ने हाल ही में महिलाओं के अधिकारों और उनके दमन पर अपनी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि समाज में प्रगति के बावजूद महिलाओं को चार शताब्दियों तक दबाया गया है, और यह स्थिति अब भी बनी हुई है।
बयान की मुख्य बातें:
- महिलाओं का दमन: शबाना ने महिलाओं के खिलाफ भेदभाव और अत्याचार की समस्या को गंभीरता से उठाया। उन्होंने बताया कि भले ही समाज में कुछ प्रगति हुई है, लेकिन महिलाओं को अभी भी अपने अधिकारों के लिए लड़ना पड़ता है।
- संस्कृति और परंपरा: उन्होंने यह भी कहा कि कुछ सांस्कृतिक और पारंपरिक मान्यताएं महिलाओं की स्वतंत्रता को बाधित करती हैं। इन परंपराओं को चुनौती देने की आवश्यकता है ताकि महिलाएं स्वतंत्रता और समानता के साथ जी सकें।
- महिलाओं की आवाज़: शबाना ने जोर देकर कहा कि महिलाओं को अपनी आवाज़ उठाने और अपने अधिकारों के लिए लड़ने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि समाज में बदलाव लाने के लिए महिलाओं को एकजुट होकर काम करना होगा।
- समाज की जिम्मेदारी: उन्होंने समाज के सभी वर्गों से अपील की कि वे महिलाओं के अधिकारों का सम्मान करें और उन्हें सशक्त बनाने के लिए प्रयास करें।
