सूरतगढ़ : राजस्थानी भाषा में रामलीला का मंचन, राजस्थानी भाषा को मजबूती देने का प्रयास
“सूरतगढ़ में किया जाता है राजस्थानी भाषा में रामलीला का मंचन
अनूठे प्रयोग को लेकर मायड भाषा प्रेमियों में खासा उत्साह
राजस्थानी भाषा को मजबूती देने का प्रयास
प्रदेश की एक मात्र राजस्थानी में होने वाली रामलीला”
श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़ में राजस्थानी में रामलीला का मंचन किया जा रहा है|इस रामलीला को देखने के लिए बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक पहुँच रहे हैं| इस रामलीला के माध्यम से आमजन को राजस्थानी भाषा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है|
यह प्रदेश की एकमात्र रामलीला है जो राजस्थानी भाषा में आयोजित की जाती है|
इस रामलीला में स्थानीय कलाकार ही हिस्सा लेते हैं और सभी संवाद राजस्थानी में बोले जाते हैं| आयोजकों ने बताया कि रामलीला के लिए पंद्रह दिन पहले रिहर्सल शुरू कर दी जाती है|
इस रामलीला के माध्यम से एक और जहाँ राजस्थानी भाषा को बढ़ावा देने की कोशिश है वहीँ राजस्थानी संस्कृति को भी सहेजने की कोशिश की जा रही है| आने वाले समय में राजस्थानी रामलीला को आसपास के गाँवों और शहरो में भी शुरू करने के प्रयास किये जा रहे हैं!
