प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी खुफिया प्रमुख तुलसी गबार्ड की मुलाकात, आतंकवाद और साइबर सुरक्षा पर हुई चर्चा
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रीय खुफिया निदेशक (Director of National Intelligence) तुलसी गबार्ड से वाशिंगटन डीसी में मुलाकात की। इस बैठक में आतंकवाद, साइबर सुरक्षा और उभरते वैश्विक खतरों पर चर्चा की गई।“
मुलाकात की प्रमुख बातें
1. आतंकवाद और साइबर सुरक्षा पर सहयोग बढ़ाने पर जोर
🔹 पीएम मोदी और तुलसी गबार्ड ने दोनों देशों के खुफिया विभागों के बीच सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।
🔹 उन्होंने आतंकवाद से निपटने, साइबर अपराधों और वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया।
2. पीएम मोदी ने गबार्ड को नई भूमिका के लिए दी बधाई
🔹 पीएम मोदी ने हिंदू-अमेरिकी नेता तुलसी गबार्ड को अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया प्रमुख नियुक्त होने पर बधाई दी।
🔹 गबार्ड ने बुधवार को आधिकारिक रूप से यह पद ग्रहण किया।
3. पीएम मोदी ने एक्स पर साझा की जानकारी
🔹 इस मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने एक्स (Twitter) पर पोस्ट करते हुए लिखा:
“वाशिंगटन डीसी में अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड से मुलाकात की। उन्हें उनकी नई भूमिका के लिए बधाई दी। हमने भारत-अमेरिका मित्रता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की, जिनका वह हमेशा समर्थन करती रही हैं।”
4. सीनेट ने 52-48 वोट से की तुलसी गबार्ड की पुष्टि
🔹 अमेरिकी सीनेट ने 52-48 के मतों से तुलसी गबार्ड को राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के रूप में नियुक्त किया।
🔹 उन्होंने ओवल ऑफिस में शपथ ग्रहण किया, जिसमें अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी ने उन्हें शपथ दिलाई।
5. गबार्ड का बयान: अमेरिकी खुफिया समुदाय को पुनर्संगठित करेंगे
🔹 तुलसी गबार्ड ने कहा:
“अमेरिकी जनता को खुफिया एजेंसियों पर कम भरोसा है, क्योंकि उन्होंने इन एजेंसियों का राजनीतिकरण होते देखा है। अब समय आ गया है कि हम इन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा पर केंद्रित करें।”
6. भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को मिलेगी मजबूती
🔹 इस बैठक से स्पष्ट है कि भारत और अमेरिका सुरक्षा, खुफिया और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में अपने सहयोग को और मजबूत करना चाहते हैं।
🔹 पीएम मोदी की यह यात्रा दोनों देशों के रणनीतिक रिश्तों को नई दिशा देने में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
🔹 पीएम मोदी और तुलसी गबार्ड की मुलाकात भारत-अमेरिका खुफिया साझेदारी को एक नई मजबूती देगी।
🔹 दोनों देश आतंकवाद, साइबर सुरक्षा और वैश्विक खतरों से निपटने के लिए मिलकर काम करने को प्रतिबद्ध हैं।
🔹 इस मुलाकात से यह भी स्पष्ट हो गया कि अमेरिका भारत के साथ अपनी सुरक्षा साझेदारी को और गहरा करने के लिए तैयार है।
