गाजा संकट पर अमेरिका-इजरायल के बीच गहन चर्चा, नेतन्याहू बोले- “पूर्ण सहयोग” जारी
“इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बातचीत में कहा कि गाजा पट्टी से जुड़ी समस्याओं पर अमेरिका और इजरायल “पूर्ण सहयोग” कर रहे हैं। दोनों नेताओं के बीच यह वार्ता अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की “गाजा के भविष्य के लिए साहसिक दृष्टिकोण” को लेकर हुई।“
गाजा क्षेत्र को मध्य पूर्व का “रिवेरा” बनाने का सुझाव
नेतन्याहू और रुबियो की चर्चा के दौरान गाजा को आर्थिक रूप से पुनर्विकसित करने की योजना पर भी बात हुई।
इस योजना में गाजा क्षेत्र को एक पर्यटन हब बनाने और वहां की आबादी को आसपास के देशों में पुनर्वासित करने का सुझाव शामिल है।
नेतन्याहू ने अमेरिकी सरकार को गाजा संकट में इजरायल की नीतियों का समर्थन करने के लिए धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा:
“हमारी रणनीति अमेरिका के साथ पूर्ण समन्वय में है, लेकिन कुछ कदमों का विवरण सार्वजनिक नहीं किया जा सकता।”
ईरान पर अमेरिका-इजरायल का साझा रुख
गाजा संकट के अलावा दोनों नेताओं ने ईरान की परमाणु महत्वाकांक्षाओं और क्षेत्रीय सैन्य गतिविधियों पर भी चर्चा की।
नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल और अमेरिका कंधे से कंधा मिलाकर ईरान की आक्रामक नीतियों का सामना करेंगे।
दोनों देश इस बात पर सहमत हैं कि ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं होने चाहिए और उसकी सैन्य गतिविधियों को सीमित करना जरूरी है।
गाजा में बंधक बनाए गए लोगों की रिहाई की मांग
रुबियो ने गाजा में बंधक बनाए गए नागरिकों की तुरंत रिहाई की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि जब तक हमास सत्ता में रहेगा, शांति संभव नहीं होगी।
ट्रंप प्रशासन स्पष्ट कर चुका है कि हमास को खत्म किया जाना चाहिए।
रुबियो ने कहा:
“बंधकों को घर लौटने की जरूरत है, इसके अलावा कोई विकल्प नहीं है। हमास को सत्ता से हटाना होगा, ताकि शांति संभव हो सके।”
अमेरिका और इजरायल के बीच गाजा संकट और क्षेत्रीय स्थिरता को लेकर बातचीत जारी है। नेतन्याहू ने स्पष्ट किया कि गाजा संकट को हल करने के लिए दोनों देशों में पूर्ण सहयोग जारी रहेगा। साथ ही, ईरान की परमाणु नीतियों पर भी अमेरिका और इजरायल एक मजबूत रणनीति के तहत कार्य करेंगे।
