भारत की आर्थिक वृद्धि में राजनीतिक स्थिरता की अहम भूमिका
“ एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत की आर्थिक वृद्धि को स्थिर राजनीतिक माहौल से बड़ा समर्थन मिल रहा है। एनडीए सरकार के तहत मजबूत नीतियां, आर्थिक सुधार और जनता का विश्वास देश की विकास दर को बढ़ाने में मदद कर रहे हैं।“
विधानसभा चुनावों में भाजपा के प्रदर्शन से बाजार का विश्वास बढ़ा।
सरकारी खर्च और निजी क्षेत्र के निवेश से तिमाही आय में सुधार की उम्मीद।
वर्तमान बाजार स्थिति दीर्घकालिक निवेश के लिए अनुकूल।
भारत में निवेश के लिए अनुकूल माहौल
एक्सिस सिक्योरिटीज की फरवरी रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय बाजार धीरे-धीरे नई ऊंचाइयों को छू सकता है।
सरकार के पूंजीगत व्यय में तेजी और निजी निवेश में सुधार के चलते तिमाही आय में बढ़ोतरी की संभावना है।
घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने जनवरी में भी भारतीय बाजार में निवेश बनाए रखा।
रिपोर्ट का निष्कर्ष:
“मौजूदा बाजार स्थिति निवेश के लिए अनुकूल है और इसमें इक्विटी से दोहरे अंकों का रिटर्न हासिल करने की संभावना है।”
अमेरिकी नीतियों का प्रभाव और बाजार में अस्थिरता
टैरिफ नीतियों के कारण बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहेगा।
हालांकि, दीर्घकालिक रूप में इक्विटी निवेश की संभावनाएं सकारात्मक बनी रहेंगी।
जनवरी में भारतीय इक्विटी बाजार रहा कमजोर
जनवरी का महीना भारतीय बाजार के लिए चुनौतीपूर्ण रहा।
बेंचमार्क इंडेक्स का प्रदर्शन कमजोर रहा, जिससे निवेश रणनीतियों को भी झटका लगा।
हालांकि, पूरे वित्तीय वर्ष के आधार पर देखें तो इक्विटी निवेशकों ने बेंचमार्क से बेहतर प्रदर्शन किया।
भारत की आर्थिक वृद्धि में राजनीतिक स्थिरता एक प्रमुख कारक बन रही है।
एनडीए सरकार के तहत आर्थिक सुधारों और बाजार सुधारों से निवेशकों का भरोसा बढ़ा है।
दीर्घकालिक निवेश के लिए भारतीय बाजार में सकारात्मक संभावनाएं बनी हुई हैं।
