सरकारी डिजिटल सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए ‘डिजिटल ब्रांड आइडेंटिटी मैनुअल’ लॉन्च
“ भारत सरकार ने सरकारी वेबसाइटों और डिजिटल प्लेटफॉर्मों को अधिक प्रभावी और उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाने के लिए ‘डिजिटल ब्रांड आइडेंटिटी मैनुअल’ (DBIM) लॉन्च किया है। इस पहल का उद्देश्य सभी सरकारी डिजिटल सेवाओं को एकरूपता और पेशेवर पहचान प्रदान करना है।“
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने नई दिल्ली के ताज पैलेस में इस मैनुअल का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्य सूचना अधिकारियों (CIO) सम्मेलन 2025 भी आयोजित किया गया, जिसमें सरकारी मंत्रालयों, राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) और अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
डिजिटल ब्रांड आइडेंटिटी मैनुअल (DBIM) क्या है?
DBIM एक गाइडलाइन मैनुअल है, जिसका उद्देश्य सभी सरकारी डिजिटल प्लेटफॉर्मों को एक समान ब्रांड पहचान देना है।
इससे नागरिकों को सरकारी सेवाओं का उपयोग आसान और प्रभावी लगेगा।
यह मैनुअल सरकारी वेबसाइटों की विश्वसनीयता, पेशेवर पहचान और ब्रांडिंग को मजबूत करेगा।
DBIM में लोगो, रंग पैलेट, टाइपोग्राफी (फॉन्ट स्टाइल), इमेजरी (चित्रों की शैली), और ब्रांड वॉइस जैसी गाइडलाइंस दी गई हैं।
इससे सरकारी सेवाओं की प्रस्तुति में एकरूपता बनी रहेगी और नागरिकों को सरकारी पोर्टल्स से जुड़ने का बेहतर अनुभव मिलेगा।
सरकारी डिजिटल सेवाओं में होगा बड़ा बदलाव
सरकारी डिजिटल प्लेटफॉर्म अधिक उपयोगकर्ता-अनुकूल होंगे।
वेबसाइटों की डिजाइन और ब्रांडिंग पेशेवर होगी, जिससे नागरिकों को सरकारी सेवाओं की विश्वसनीयता का एहसास होगा।
सभी सरकारी प्लेटफॉर्म पर एक जैसे रंग और फॉन्ट स्टाइल होंगे, जिससे वेबसाइटों की पहचान और नेविगेशन आसान होगा।
डिजिटल सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा, जिससे नागरिक अधिक सुगमता से सरकारी सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे।
CIO सम्मेलन में डिजिटल प्लेटफॉर्मों पर चर्चा
डिजिटल ब्रांड आइडेंटिटी मैनुअल के लॉन्च के साथ-साथ मुख्य सूचना अधिकारियों (CIO) सम्मेलन 2025 भी आयोजित किया गया। इस सम्मेलन का उद्देश्य था सरकारी वेबसाइटों और डिजिटल सेवाओं को और अधिक उन्नत बनाना।
सम्मेलन में किन मुद्दों पर चर्चा हुई?
सरकारी डिजिटल प्लेटफॉर्मों की क्षमता और कार्यप्रणाली को मजबूत करने के उपाय।
सरकारी सेवाओं को सुरक्षित और अधिक प्रभावी बनाने की रणनीतियां।
नागरिकों को सरकारी डिजिटल सेवाओं के प्रति जागरूक करने और उन्हें डिजिटल रूप से सशक्त बनाने पर जोर।
