एयरो इंडिया 2025: भारतीय वायुसेना ने किया अंतर्राष्ट्रीय एयर चीफ्स राउंडटेबल का आयोजन
“भारतीय वायुसेना ने एयरो इंडिया 2025 के दौरान अंतर्राष्ट्रीय एयर चीफ्स राउंडटेबल का सफल आयोजन किया। इस सम्मेलन में 17 देशों के वायु सेना प्रमुखों और लगभग 40 अन्य प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस राउंडटेबल का उद्देश्य वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य को बेहतर समझना और भविष्य के संघर्षों से निपटने के लिए मानव रहित हवाई वाहनों (UAV) और मानव रहित लड़ाकू हवाई वाहनों (UCAV) की भूमिका पर चर्चा करना था।“
📌 मुख्य उद्देश्य:
✔️ वैश्विक सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा देना
✔️ भविष्य के युद्धों में UAVs और UCAVs की भूमिका पर चर्चा
✔️ आधुनिक रक्षा तकनीकों पर विचार-विमर्श
✔️ अंतरराष्ट्रीय एयर फोर्सेज के बीच समन्वय को मजबूत करना
🔹 भविष्य के संघर्षों में मानव रहित हवाई वाहनों की भूमिका पर चर्चा
🛫 राउंडटेबल के दौरान भारतीय वायुसेना और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने इस महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा की:
➡️ भविष्य के युद्धों में मानव रहित हवाई वाहनों (UAVs) और मानव रहित लड़ाकू हवाई वाहनों (UCAVs) की बढ़ती भूमिका
➡️ इन तकनीकों का रणनीतिक और सामरिक प्रभाव
➡️ वैश्विक स्तर पर रक्षा तंत्र में AI और ड्रोन टेक्नोलॉजी का महत्व
➡️ साइबर सुरक्षा और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर में नई चुनौतियां
📢 भारतीय वायुसेना का बयान:
“भविष्य के संघर्षों में मानव रहित प्रणालियों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। एयरो इंडिया 2025 के दौरान यह राउंडटेबल सम्मेलन सहयोग और रणनीतिक संवाद के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुआ है।”
🔹 अंतरराष्ट्रीय रक्षा सहयोग को मिला नया आयाम
📌 राउंडटेबल में भाग लेने वाले देशों में शामिल थे:
✅ अमेरिका
✅ फ्रांस
✅ रूस
✅ इजराइल
✅ ऑस्ट्रेलिया
✅ ब्रिटेन
✅ जापान और कई अन्य देश
💬 वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा:
“यह राउंडटेबल भविष्य के हवाई रक्षा समाधानों को विकसित करने के लिए एक ऐतिहासिक कदम था। विश्वभर की वायुसेनाओं ने अपने अनुभव साझा किए और तकनीकी चुनौतियों पर गहन चर्चा की।”
🔹 भारतीय वायुसेना ने साझा किया राउंडटेबल का विवरण
भारतीय वायुसेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (ट्विटर) पर इस आयोजन की जानकारी साझा करते हुए कहा:
“एयरो इंडिया 2025 के दौरान, भारतीय वायुसेना ने अंतर्राष्ट्रीय एयर चीफ्स राउंडटेबल की मेजबानी की। इसमें 17 देशों के वायुसेना प्रमुखों और 40 अन्य प्रतिनिधियों ने भाग लिया। चर्चा का विषय ‘भविष्य के संघर्षों में UAVs और UCAVs का प्रभाव’ था।”
📢 सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं:
🔹 रक्षा विशेषज्ञों और नागरिकों ने इस पहल की सराहना की।
🔹 भारत के रक्षा क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व को एक मजबूत पहचान मिली।
🔹 भारतीय वायुसेना के इस कदम का क्या होगा प्रभाव?
✅ वैश्विक सुरक्षा सहयोग को मिलेगी मजबूती।
✅ ड्रोन और AI-आधारित हवाई रक्षा प्रणाली को बढ़ावा मिलेगा।
✅ रक्षा प्रौद्योगिकियों में भारत की स्थिति और मजबूत होगी।
✅ भविष्य के युद्धों के लिए नई रणनीतियां विकसित की जाएंगी।
एयरो इंडिया 2025 के दौरान अंतर्राष्ट्रीय एयर चीफ्स राउंडटेबल भारत की वैश्विक रक्षा रणनीति को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। इस मंच ने दुनियाभर के रक्षा विशेषज्ञों को एक साथ लाकर भविष्य के हवाई सुरक्षा उपायों पर चर्चा करने का अवसर प्रदान किया।
