अल्कोहल के बढ़ते सेवन से कैंसर का खतरा बढ़ा: विशेषज्ञों की चेतावनी
“ अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), भुवनेश्वर के सहायक प्रोफेसर डॉ. ताराप्रसाद त्रिपाठी ने चेतावनी दी है कि भारत में अल्कोहल का बढ़ता सेवन कैंसर के मामलों में वृद्धि कर रहा है।“
विशेषज्ञों का कहना है कि अल्कोहल चयापचय (मेटाबॉलिज्म) के दौरान एसिटेल्डिहाइड में बदल जाता है, जो एक जहरीला यौगिक है और डीएनए व प्रोटीन को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे शरीर में म्यूटेशन होता है और कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
कैसे बढ़ता है अल्कोहल से कैंसर का खतरा?
डीएनए को नुकसान – अल्कोहल का सेवन डीएनए को नुकसान पहुंचाता है, जिससे कैंसर कोशिकाओं का विकास शुरू हो सकता है।
पोषक तत्वों की कमी – अल्कोहल शरीर की फोलेट, विटामिन ए, सी, डी और ई को अवशोषित करने की क्षमता को बाधित करता है, जिससे स्वस्थ कोशिकाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है – अल्कोहल का अधिक सेवन शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर देता है, जिससे कैंसर कोशिकाओं की पहचान और नाश करना मुश्किल हो जाता है।
अल्कोहल और कैंसर: आंकड़ों की जुबानी
🔹 विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, दुनिया भर में 4% कैंसर के मामले अल्कोहल के कारण होते हैं।
🔹 लैंसेट पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, 2020 में भारत में 62,100 नए कैंसर के मामले अल्कोहल के सेवन से जुड़े थे।
🔹 अमेरिकी सर्जन जनरल विवेक मूर्ति ने मादक पेय पदार्थों पर कैंसर की चेतावनी देने की सिफारिश की है।
कौन-कौन से कैंसर का खतरा बढ़ाता है अल्कोहल?
मुंह और गले का कैंसर –
लगातार छाले, गाल में गांठ, निगलने में कठिनाई, गले में खराश।
इसोफैगस (अन्नप्रणाली) कैंसर –
निगलने में कठिनाई, वजन कम होना, पुरानी खांसी।
लीवर कैंसर –
पेट में सूजन, पीलिया, भूख न लगना, थकान।
स्तन कैंसर –
स्तन में गांठ, निप्पल से स्राव, स्तन के आकार में बदलाव।
कैंसर से बचाव के लिए क्या करें?
अल्कोहल से बचें – कैंसर के खतरे को कम करने के लिए अल्कोहल का सेवन सीमित या पूरी तरह बंद करें।
स्वस्थ आहार लें – फल, सब्जियां और एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थ शरीर को स्वस्थ बनाए रखते हैं।
नियमित जांच कराएं – कैंसर का जल्द पता लगाने के लिए समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण कराएं।
शारीरिक गतिविधि बढ़ाएं – योग, व्यायाम और ध्यान से शरीर स्वस्थ रहता है और कैंसर का खतरा कम होता है।
