CISF की पहल मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने से आत्महत्या दर घटी
“केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) की पहल से फ़ोर्स के सदस्यों द्वारा आत्महत्या करने के मामले में काफी गिरावट आई है। CISF ने आत्महत्या की प्रवृति पर लगाम लगाने के लिए सक्रिय उपायों की एक श्रृंखला को लागू करके इस चुनौती से निपटने में विश्वसनीय कदम उठाए हैं”
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) की पहल से फ़ोर्स के सदस्यों द्वारा आत्महत्या करने के मामले में काफी गिरावट आई है। CISF ने आत्महत्या की प्रवृति पर लगाम लगाने के लिए सक्रिय उपायों की एक श्रृंखला को लागू करके इस चुनौती से निपटने में विश्वसनीय कदम उठाए हैं। उपायों के जरिये जवानों के मानसिक स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों के समाधान का सक्रिय प्रयास किया जा रहा है।
इसमें जवानों को योग प्रशिक्षण देना, एक ऑनलाइन शिकायत निवारण प्रणाली, एक घंटे का गेम सेशन जिसमें जवान और ऑफिसर्स दोनों ही भाग लेते हैं और प्रोजेक्ट मान शामिल हैं। प्रोजेक्ट मान 24×7 टेली-परामर्श और व्यक्तिगत परामर्श के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य सहायता प्रदान करता है।
नवीनतम राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) आंकड़ों के अनुसार, 2022 में राष्ट्रीय आत्महत्या दर 12.4 प्रति लाख थी। इसके तुलना में, CISF ने 2024 में फोर्स मेंबर्स द्वारा की जा रही आत्महत्या दर को अपने सकारात्मक प्रयासों से कम करके 9.87 प्रति लाख तक पहुंचाया, जो 2023 से 40% से अधिक की गिरावट है।
इन सक्रिय उपायों से पिछले पांच वर्षों में CISF जवानों की आत्महत्या दर राष्ट्रीय दर से नीचे गिर गई है। CISF ने आत्महत्या की प्रवृति पर लगाम लगाने के लिए जवानों के मानसिक स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों के समाधान के लिए कई कदम उठाए हैं। गौरतलब है कि तनाव, लंबे समय तक पारिवारिक अलगाव और व्यक्तिगत मुद्दों के चलते कई जवान आत्महत्या कर लेते हैं।
