कोयला उत्पादन में 7.28% की बढ़ोतरी, 2024 में बना नया रिकॉर्ड
“कोयला उत्पादन में पिछले वर्ष असाधारण वृद्दि देखने को मिली। साल 2024 में कोयला उत्पादन 1039.59 मिलियन टन के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। यह 2023 की तुलना में 7.28 प्रतिशत अधिक है”
कोयला उत्पादन में पिछले वर्ष 2024 में असाधारण बढ़ोतरी देखने को मिली है। 2024 में कोयला उत्पादन अब तक के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। पिछले साल कोयला उत्पादन 1,039.59 मिलियन टन तक पहुंच गया, जो 2023 की की तुलना में 7.28 प्रतिशत अधिक है। जबकि 2023 में 969.07 मिलियन टन कोयले का उत्पादन हुआ था। कोयला उत्पादन में असाधारण वृद्दि सरकार की सभी को ऊर्जा सुरक्षा देने और आत्मनिर्भर भारत के समर्पण की मजबूती को दर्शाता है।
वहीं, कोयला डिस्पैच में भी 2024 में एक नया रिकॉर्ड स्थापित हुआ है, जिसमें 6.56% की वृद्धि देखने को मिली है। 2024 में 1,012.72 मिलियन टन कोयले का डिस्पैच पूरे देश में किया गया जबकि 2023 में 950.39 मिलियन टन कोयले का डिस्पैच हुआ था।
उत्पादन और डिस्पैच दोनों में निरंतर वृद्धि से यह स्पष्ट होता है कि कोयला क्षेत्र अपनी प्रतिबद्धता के साथ देश में बिजली उत्पादन और अन्य उद्योगों के लिए समय पर कोयले की उपलब्धता सुनिश्चित कर रहा है, जिससे राष्ट्रीय ऊर्जा सुरक्षा और मजबूत हो रही है।
