अब भारत के नागरिकों के मन में भी मंदिर बनाना है: डॉ. मोहन भागवत
” राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने इंदौर में एक कार्यक्रम में कहा कि भारत के सच्चे स्वतंत्रता की प्रतिष्ठा अयोध्या में राम मंदिर में राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के साथ हुई है”
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने इंदौर में एक कार्यक्रम में कहा कि भारत के सच्चे स्वतंत्रता की प्रतिष्ठा अयोध्या में राम मंदिर में राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के साथ हुई है।
मोहन भागवत इंदौर में सोमवार को आयोजित देवी अहिल्या राष्ट्रीय पुरस्कार सम्मान समारोह में शिरकत कर रहे थे। इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख डॉक्टर मोहन भागवत ने राम जन्म भूमि मुक्ति आंदोलन के ज्ञात अज्ञात कार सेवकों और सहयोगियों के प्रतिनिधि चंपत राय को यह पुरस्कार प्रदान किया।
देवी अहिल्याबाई होल्कर के नाम पर स्थापित देवी अहिल्या राष्ट्रीय पुरस्कार सम्मान प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट सेवा कार्य करने वाले व्यक्तियों को दिया जाता है। इस दौरान संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि राम जन्म भूमि यज्ञ से अयोध्या में राम मंदिर तो बन गया है।
अब भारत के नागरिकों के मन में भी मंदिर बनाना है। उन्होंने कहा कि देवी अहिल्या की पवित्र धरती और राम का स्मरण करके हम चिंतन करें कि हमें अपने देश को कैसा बनाना है।
