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2023-24 में निजी कंपनियों के मुनाफे में इजाफा, कर्ज का बोझ घटा: RBI रिपोर्ट

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, 2023-24 के दौरान भारत की निजी क्षेत्र की कंपनियों के परिचालन लाभ और शुद्ध लाभ मार्जिन में महत्वपूर्ण सुधार दर्ज किया गया है। इसके साथ ही, कंपनियों के कर्ज का बोझ भी कम हुआ है, जो उनकी वित्तीय स्थिति में मजबूती को दर्शाता है।

परिचालन लाभ में 15.3% की वृद्धि

2023-24 में परिचालन लाभ 15.3% बढ़ा, जबकि 2022-23 में यह वृद्धि केवल 4.2% थी।
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का परिचालन लाभ 13.2% बढ़ा, जबकि 2022-23 में इसमें 3.9% की गिरावट देखी गई थी।
सर्विस सेक्टर में परिचालन लाभ 15.5% बढ़ा, जो पिछले वर्ष की 16.8% की वृद्धि के लगभग बराबर रहा।

कर-पश्चात लाभ में 16.3% की वृद्धि

आरबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, 2023-24 में कर के बाद लाभ (Net Profit) 16.3% बढ़ा

  • मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में यह 7.6% की वृद्धि दर्ज की गई।
  • सर्विस सेक्टर ने 38.1% की वृद्धि के साथ जबरदस्त प्रदर्शन किया।

कंपनियों का कर्ज कम हुआ, वित्तीय स्थिति मजबूत

डेट-टू-इक्विटी रेशियो (Debt-to-Equity Ratio) में स्थिरता बनी रही, जो कंपनियों की वित्तीय मजबूती को दर्शाता है।
ब्याज व्यय में वृद्धि के बावजूद ब्याज कवरेज अनुपात (ICR) 2023-24 में 4.1 तक सुधर गया
मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों का ICR 6.3 पर स्थिर रहा, जबकि सर्विस सेक्टर का ICR 3.2 तक पहुंच गया

रिपोर्ट किन कंपनियों के आधार पर बनाई गई?

आरबीआई ने 6,955 गैर-सरकारी, गैर-वित्तीय (NGNF) सार्वजनिक लिमिटेड कंपनियों के ऑडिटेड वार्षिक खातों का विश्लेषण कर यह डेटा जारी किया है।

2023-24 में भारतीय निजी कंपनियों का वित्तीय प्रदर्शन मजबूत रहा। परिचालन और शुद्ध लाभ मार्जिन में वृद्धि, कर्ज में कमी और ब्याज कवरेज अनुपात में सुधार से यह संकेत मिलता है कि देश की अर्थव्यवस्था स्थिर गति से आगे बढ़ रही है। मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर दोनों ही मजबूत बने हुए हैं, जिससे भविष्य में और अधिक आर्थिक वृद्धि की उम्मीद की जा सकती है।

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