पीएम मोदी ने विदेश में देखी रामलीला, राम-लक्ष्मण के साथ खिंचवाई फोटो
विदेश मंत्रालय ने कहा कि लाओस में भारतीय सभ्यता और परंपरा का सदियों से पालन और संरक्षण किया जा रहा है. लाओस में रामायण का आयोजन भारत के साथ उसके कनेक्शन को दर्शाता है.
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक ऐसे देश में रामलीला का आनंद लिया, जहां एक भी हिंदू नहीं रहता। इस मौके पर उन्होंने राम और लक्ष्मण के साथ तस्वीर भी खिंचवाई।
रामलीला का आयोजन:
प्रधानमंत्री मोदी ने विदेश में आयोजित इस विशेष रामलीला में भाग लिया, जिसका आयोजन भारतीय सांस्कृतिक समूहों ने किया था। यह कार्यक्रम भारतीय संस्कृति और परंपराओं को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया गया था, जिससे वहां की भारतीय diaspora को एकजुट करने का प्रयास किया गया।
पीएम मोदी का संदेश:
कार्यक्रम में भाग लेते हुए, पीएम मोदी ने भारतीय संस्कृति के महत्व पर जोर दिया और कहा, “रामलीला केवल एक नाटक नहीं है, बल्कि यह हमारे देश की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है। यह हमें सिखाती है कि हम सभी को सत्य, धर्म और न्याय के मार्ग पर चलना चाहिए।”
तस्वीर का महत्व:
राम और लक्ष्मण के साथ खींची गई तस्वीर ने इस कार्यक्रम की महत्वपूर्णता को और बढ़ा दिया। पीएम मोदी की यह पहल न केवल भारतीयों के बीच एकता को प्रोत्साहित करती है, बल्कि यह विदेशी धरती पर भारतीय संस्कृति के प्रति गर्व और आत्म-विश्वास को भी दर्शाती है।
समुदाय की प्रतिक्रिया:
इस कार्यक्रम के बाद, भारतीय समुदाय ने पीएम मोदी की सराहना की और इस पहल को सकारात्मक रूप से देखा। लोगों ने इसे भारतीय संस्कृति के प्रति एकजुटता के रूप में देखा, खासकर ऐसे देश में जहां हिंदू आबादी की कोई मौजूदगी नहीं है।
