‘वैश्विक शांति के लिए संस्थाओं में सुधार जरूरी’, UN से दुनिया को पीएम मोदी का संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र में वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि दुनिया को आज एकजुटता और सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है, ताकि वैश्विक चुनौतियों का सामना किया जा सके।
प्रधानमंत्री मोदी के मुख्य बिंदु:
- संस्थाओं का सुधार: मोदी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं को समय के साथ अपने कार्यों और दृष्टिकोण में बदलाव लाना होगा। उन्होंने कहा कि प्रभावी और समावेशी संस्थाएं वैश्विक समस्याओं के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
- वैश्विक चुनौतियाँ: उन्होंने जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद, और आर्थिक असमानता जैसे मुद्दों का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि ये समस्याएँ केवल एक देश या क्षेत्र तक सीमित नहीं हैं, बल्कि सभी देशों के लिए चिंताजनक हैं।
- साझा जिम्मेदारी: पीएम मोदी ने देशों के बीच सहयोग और साझा जिम्मेदारी के महत्व पर बल दिया। उन्होंने सभी देशों से एकजुट होकर काम करने की अपील की, ताकि सभी को एक सुरक्षित और समृद्ध भविष्य मिल सके।
- भारत की भूमिका: भारत को एक जिम्मेदार और सक्रिय सदस्य के रूप में प्रस्तुत करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि भारत वैश्विक चुनौतियों का सामना करने में योगदान देने के लिए तैयार है। उन्होंने भारत के विकास के उदाहरणों का हवाला देते हुए कहा कि भारत ने अपनी प्रगति के साथ-साथ अन्य देशों की मदद करने का संकल्प लिया है।
